पटना सिटी (न्यूज सिटी)। बीते 17 अक्टूबर को अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार रेलवे ओवर ब्रिज के पास स्थित एक व्यवासिक प्रतिष्ठान में हुए लूटप...
पटना सिटी (न्यूज सिटी)। बीते 17 अक्टूबर को अगमकुआं थाना क्षेत्र के कुम्हरार रेलवे ओवर ब्रिज के पास स्थित एक व्यवासिक प्रतिष्ठान में हुए लूटपाट के मामले के पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं। मामले में पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) जितेंद्र कुमार ने बताया कि अगमकुआं थाना क्षेत्र स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान तारा स्टोर के ड्राइवर एवं एक ऑल स्टाफ से बैंक में जमा करने जा रहे ₹7.71 लाख अज्ञात अपराधियों ने लूट लिया है। जिसके बाद घटना की सूचना पीड़ित द्वारा पुलिस को दी गई। घटना की सूचना मिलते ही हमनें एक विशेष टीम का गठन किया। जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पटना सिटी सहित अगमकुआं, बाईपास एवं आलमगंज थाना अध्यक्ष को शामिल किया गया। गठित टीम ने अनुसंधान कार्य प्रारंभ किया। जिसके बाद टीम ने शक के आधार पर बैंक में रुपया जमा करने जा रहे ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हुई। पुलिस ने ड्राइवर पर गोपनीय तरीके से नजर बनाए रखा। इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि ड्राइवर के संपर्क में हत्या का आरोपित हाल ही में बंदी गृह से छुटा एक अपराधी से कृष्णा कुमार से है। इसी क्रम में जाँच कर रही पुलिस टीम को गोपनीय सूचना मिली की अपराधी कृष्णा कुमार का एक करीबी ड्राइवर बिट्टू का अच्छा दोस्त है एवं घटना के बाद से उसकी हरकत संदेहास्पद है।
जिसके बाद पुलिस अधीक्षक पूर्वी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने कार्रवाई करते हुए आलमगंज थाना क्षेत्र के गुलजारबाग स्टेशन के पास से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान आलमगंज थाना क्षेत्र के महराजगंज बकरीया टोला निवासी निर्मल पासवान का बेटा प्रिंस कुमार, बड़ी पटन देवी निवासी रमी साव का बेटा कृष्णा कुमार और मठ लक्ष्मणपुर कोईरी टोला निवासी प्रकाश साहू का बेटा बिट्टू कुमार आदि है। वही छापेमारी के दौरान टीम ने कांड में प्रयुक्त किए गए एक स्कूटी और एक स्प्लेंडर बाइक भी बरामद किया है।
पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) जितेंद्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पुलिस ने पूछताछ किया तो आरोपियों ने पुलिस को चकमा देने का पूरा प्रयास किया। जिसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो गिरफ्तार आरोपियों ने लूट की घटना को अंजाम देने की बात को स्वीकार किया। आरोपियों ने बताया कि तारा स्टोर में काम करने वाले ड्राइवर बिट्टू नहीं इनके साथ मिलकर लूट की घटना में लाइनर का काम किया था इसे पता था कि कब और कैसे रुपया बैंक में जमा होने जाता है। जिसके बाद हम सभी ने साजिश के तहत पिस्तौल के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया है। गिरफ्तार अपराधियों ने पुलिस के समक्ष बताया कि लूटी गई राशि को हमने जुआ और अय्याशी में लगाया है। साथ ही पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अपराधी बाईपास थाना क्षेत्र में बीते 10 मार्च को भी लूट की कांड संख्या 88/20 को अंजाम दिया था। इस कांड में भी अपराधियों ने अपनी संलिप्ता होने की बात स्वीकार किया है। इस कांड में लूटे गए महंगा निकॉन कैमरा एवं इनके हिस्से में बचा नगद ₹23700 सहित घटना में प्रयुक्त पोशाक व चाकू भी बरामद किया हैं। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी अपराधियों का आपराधिक इतिहास भी रहा है। फिलहाल कांड में शामिल दो अन्य फरार अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।
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