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बिहार के मेडिकल इतिहास में पहली बार दी गयी मंजूरी
श्री पांडेय ने आज यहां बताया कि राज्य के अस्पतालों को कोटि के अनुसार लोगों के इलाज के लिए उपकरण अब उपलब्ध मिलेंगे। पीड़ित मानवता की सेवा की दिशा में स्वास्थ्य विभाग का यह ऐतिहासिक कदम है। इससे अस्पताल की व्यवस्था में सुधार की गति बढ़ेगी और मरीजों को इससे लाभ मिलेगा। उपकरणों की उपलब्धता से अब चिकित्सकों को किसी भी प्रकार के आॅपरेशन के लिए मरीजों से उपकरणों के लिए याचना नहीं करनी होगी और न ही रोगी को बाजार से उपकरणों की खरीद करनी होगी।
पीड़ित मानवता की सेवा की दिशा में विभाग की ऐतिहासिक कार्रवाई
श्री पांडेय ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए जारी आवश्यक उपकरणों की सूची में हाइड्रोलिक आॅपरेशन टेबुल, ब्लड बैंक रेफ्रिजेटर, डायथर्मी मशीन, डेंटल चेयर, एयर कंडिशनर, व्हील चेयर, नेडल होल्डर, आॅक्सिजन सिलेंडर, इंस्ट्रुमेंट ट्राली, सर्जिकल ब्लेड, सर्जिकल कीडनी ट्रे, नाना प्रकार और आकार के कैथेटर, सर्जन के लिए फेस मास्क, एक्स-रे प्रोटेक्शन स्क्रीन, वैक्सीन केरियर, रूम हीटर, कर्मियों के कुर्सी, टेबुल, अलमीरा और पर्याप्त मात्रा में रूई और सूई शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के अस्पतालों की स्थिति में सुधार के प्रयास निरंतर जारी हैं और इसमें उपकरणों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने की दिशा में विभाग का यह महत्वपूर्ण कदम है।
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