पटना (न्यूज सिटी)। आज राजनीतिक गलियारे में घमासान मचा हुआ है, जहां एक तरफ आज लोक जनशक्ति पार्टी में बड़ी टूटी हुई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध...
पटना (न्यूज सिटी)। आज राजनीतिक गलियारे में घमासान मचा हुआ है, जहां एक तरफ आज लोक जनशक्ति पार्टी में बड़ी टूटी हुई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए आज 27 नेताओं ने एक साथ पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल के कद्दावर नेता कहे जाने वाले पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र से राजद के पूर्व प्रत्याशी संतोष मेहता ने भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से इस्तीफा दे दिया है। श्री मेहता ने अपना इस्तीफा आज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को सौंप दिया है। बता दें कि संतोष मेहता राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव के पद पर आसीन थे। वे वर्ष 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में पटना साहिब सीट से बीजेपी प्रत्याशी व पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव को कांटे की टक्कर दी थी। इस संबंध में श्री मेहता ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि बहुत दुखी मन से राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव सहित प्राथमिकी सदस्यता से अपना इस्तीफा दे रहा हूं। कारण कि मुझे राजद ने वर्ष 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में पटना साहिब से उम्मीदवार बनाया था लेकिन वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में मुझे महागठबंधन के नाम पर उम्मीदवारी से वंचित कर दिया गया।

श्री मेहता ने कहा कि वर्ष 1995 से वर्ष 2010 तक पटना साहिब में जो भी प्रत्याशी राजद का हुआ है, वो 32000 वोट को इस विधानसभा में पार नही कर सका। लेकिन वर्ष 2015 के पटना साहिब विधानसभा चुनाव में मुझे प्रत्याशी बनाया गया तो राजद के खाते में 85,316 वोट मिला। फिर भी महागठबंधन के नाम पर इस सीट को कांग्रेस की झोली में डाल दी गई। परिणाम स्वरूप मैं राजद नेतृत्व के इस फैसले से बहुत आहत हूं, जिससे मैं उभर नहीं पा रहा हूं। नतीजन मैं राजद की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
गौरतलब है कि संतोष मेहता पटना नगर निगम के उपमहापौर भी रह चुके हैं।
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