पटना सिटी। मजिसे ए उलेमा व खुतवा ए इमामिया बिहार के महासचिव मौलाना सैयद अमानत हुसैन एवं अन्य ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि हजरत अल...
पटना सिटी। मजिसे ए उलेमा व खुतवा ए इमामिया बिहार के महासचिव मौलाना सैयद अमानत हुसैन एवं अन्य ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि हजरत अली (अ• स•) की जयंती पर बिहार सरकार सार्वजनिक अवकाश घोषित करें।मौलाना सैयद अमानत हुसैन ने कहा कि हजरत अली (अ• स•) की जयंती इसी माह 26 को यानी 13 रजब को है।
नवाब बहादुर रोड स्थित मदरसा सुलेमानिया में पत्रकारों से सोमवार को बात करते हुए कहा गया कि वर्ष 2018 में ही खानकाहे मुनएमिया, मितन घाट, इमारते शरीया फुलवारीशरीफ, बिहार, उड़ीसा और झारखंड सहित पटना एवं बिहार के प्रमुख संस्थाओं ने मुख्यमंत्री से लिखित रूप में हजरत अली अस की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के लिए आग्रह किया था। अवकाश होने से संदेश जाता है कि आखिर वह कौन सी शख्सियत है, जिनकी जयंती पर सरकारी अवकाश है। उत्तर प्रदेश एवं तेलंगना की सरकार ने पहले से अवकाश घोषित कर रखा है।
मौके पर वर्चुअल रूप से खानकाहे मुनएमिया के सज्जादानशी सैयद शाह शमीम अहमद मुनएमी, अमीर जमाअते इस्लामी के रिजान अहमद एवं मौजूद इमारते शरीया बिहार व ओड़िशा से हजरत मौलाना मो• शिवली कासमी, मोहिबने उम्मुल आइम्मा तालीमी व कल्याणकारी ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना सैयद मुराद रजा, मौलाना सैयद असद रजा, हाफिज उमेर एवं मजहर मख्दुमी ने कहा कि हजरत अली अस की अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व ऐसी आफ़ाकी शाल लिए हुए है, जिसके समक्ष दुनिया का हर प्रतिष्ठित व्यक्ति अपना शीश झुकाता नजर आता है। विशेषकर न्याय पद्धति एवं याय की आवाज, दबी कुचली मानवता की आवाज में परिवर्तित हो चुकी है। अन्य धर्म के संत महापुरुषों में गुरु गोविंद सिंह महाराज के प्रकाश पर्व इसाई के क्रिसमस यानी बड़ा दिन पर 25 दिसंबर से लेकर अन्य रामनवमी शिवरात्रि आदि पर्व पर छुट्टी घोषित है। ऐसे में आपके द्वारा की गई पहल से हजरत अली अस के प्रति सम्मान झलकेगा और जनता भी उनके बारे में जानने की कोशिश करें कि और उनके जीवन से सीख एवं प्रेरणा लेगी।
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