पटना। एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन एनडीआरएफ और सीआईएसएफ यूनिट चंद्रपुरा थर्मल पॉवर (सीटीपीएस) द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से कार्बन डाई ऑक्स...
पटना। एनडीआरएफ की 9वीं बटालियन एनडीआरएफ और सीआईएसएफ यूनिट चंद्रपुरा थर्मल पॉवर (सीटीपीएस) द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से कार्बन डाई ऑक्साइड गैस एवम् सल्फ्यूरिक एसिड के रिसाव की दुर्घटना पर एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
इस मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ और चंद्रपुरा थर्मल पॉवर (सीटीपीएस) के साथ सीआईएसएफ यूनिट की अग्निशमन सेवा तथा केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सुरक्षा कर्मियों ने बढ-चढकर हिस्सा लिया। मॉक ड्रिल के दौरान बोकारो स्थित चंद्रपुरा थर्मल पॉवर में लगे जल शोधक संयंत्र में पाइप लाइन से कार्बन डाई ऑक्साइड का भारी मात्र में रिसाव के साथ सल्फ्यूरिक एसिड के रिसाव की दुर्घटना का दृश्य चित्रित किया गया था।
सभी प्रतिभागी एजेंसियों ने बेहतर समन्वय स्थापित कर इस आपदा से निपटने का कुशल अभ्यास किया। इस दौरान एनडीआरएफ के बचाव कर्मियों ने प्लांट से पीड़ित लोगों को सुरक्षित निकालने, अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया कराने तथा गैस एवम् सल्फ्यूरिक एसिड के रिसाव को रोकने का ऑनसाइट अभ्यास किया
9वीं बटालियन एनडीआरएफ टीम का नेतृत्व हरिचरण प्रसाद, उप कमान्डेंट ने किया और उनका साथ दिया श्री विनय कुमार, सहायक समादेष्टा ने दिया
मॉक ड्रिल को अंजाम देने के लिए इंस्पेक्टर दीपक गुप्ता के साथ रांची से एनडीआरएफ की एक टीम घटना स्थल पर पहुंची और पूरे ड्रिल को अंजाम दिया इस अवसर पर श्री सुबोध कुमार (मुख्य अभियंता और प्लांट चीफ), श्री पी पी साह (डीजीएम, सीटीपीएस) श्री ज्ञान सिंह (उप कमांडेंट,सीआईएसएफ) तथा अन्य पदाधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजुद रहे जिन्होंने पूरे मॉक ड्रिल को बहुत ही ध्यान से देखा और आपदा के दौरान की जाने वाली कार्यवाही को सिखा। इस अभ्यास के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के पहलूओं का भी पूरा ध्यान रखा गया।
श्री विजय सिन्हा, कमाण्डेंट, 9वीं बटालियन एनडीआरएफ ने जानकारी दिया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रही विभिन्न एजेन्सियों के बीच परस्पर समन्वय तथा कार्यक्षमता को और बढाना है ताकि वास्तविक आपदा के दौरान जानमाल के नुकसान को रोका जा सके।
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